मन
मन
कैसा है ये बावला मन,इन सफेद से बादलो में
ढूंढ रहा बारिश की चंद बूंदे,जो तृप्त कर सके
धरती पर लहराती हुई फसलों का मन
और किसान का जीवन 🌨️🌧️
मन
कैसा है ये बावला मन,इन सफेद से बादलो में
ढूंढ रहा बारिश की चंद बूंदे,जो तृप्त कर सके
धरती पर लहराती हुई फसलों का मन
और किसान का जीवन 🌨️🌧️