मन में विश्वास हो
चाहे पथ पर शूल हो,
समय नहीं अनुकूल हो,
कोई न तुम्हारे पास हो,
बस एक मन में विश्वास हो,
मिलेगी मंजिल निश्चित है,
हर्ष से झूम उठेगा चित्त है,
कभी न छोड़िए आस है,
बस एक मन में विश्वास हो,
एक मांझी की सुन दहाड़,
नतमस्तक हुए सब पहाड़,
दिल में जिसके प्रेम था अटूट,
देख खंड-खंड हुए गिर भी टूट,
बस मन में एक विश्वास हो..
—–जेपीएल