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27 Nov 2019 · 1 min read

मन दर्जी

जब से पैसा हो गया,
संबंधों की माप !

मन दर्जी करने लगा,
बस खाली आलाप !!

अपराधी सब छूटते,
तोड़े सभी विधान !

निर्दोषी है जेल में,
रो रहा संविधान !!

✍ सत्यवान सौरभ

ईमेल: satywanverma333@gmail.com
कांटेक्ट: परी वाटिका, कौशल्या भवन , बरवा (सिवानी) भिवानी, हरयाणा – 127045
मोबाइल :9466526148,01255281381

Language: Hindi
10 Likes · 8 Comments · 452 Views
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