मन की बातें
मन की बातें कहाँ निकाले
कोई जरिया नहीं मिलता!
किसी से नज़रे नहीं मिलती
किसी से दिल नहीं मिलता!
इस दुनियां का दस्तुर तो
हैं बे-इन्तहा ही निराला!
जिस से दिल मिल जाये
वही दिल से नहीं मिलता!
अगर कोई रुठ जाये तो
मना लो उनको तुम फ़ौरन!
उम्र जब बीत जाये तो
फ़िर वो पल नहीं मिलता!
डुबो देता हैं अपनी कश्ती
जब किनारा ढूँढने वाला!
मुहब्बत बहुत गहरी हो तो
फ़िर साहिल नहीं मिलता!
– Anoop S
2 Nov 2019