Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jan 2018 · 1 min read

मन की उड़ान मत रोको

मन की उड़ान मत रोको यह सकूं देती है
सिक्कों की खनकार लहू पी लेती है।

फुर्सत के लम्हे जी लो जी कर के जानो
भाग दौड़ की दुनियां सदमे देती है।

हंस हंस कर न फँसना दुनियां वालों से
दुनिया हर लम्हे का बदला लेती है।

तन्हा दिल है ,तन्हा दिल की बात सुनो
वरना बदले में दुनिया क्या देती है।

विपिन

318 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पुरानी ज़ंजीर
पुरानी ज़ंजीर
Shekhar Chandra Mitra
Mystical Love
Mystical Love
Sidhartha Mishra
बुद्धि सबके पास है, चालाकी करनी है या
बुद्धि सबके पास है, चालाकी करनी है या
Shubham Pandey (S P)
"शहनाई की गूंज"
Dr. Kishan tandon kranti
निर्बल होती रिश्तो की डोर
निर्बल होती रिश्तो की डोर
Sandeep Pande
रमेशराज की 11 तेवरियाँ
रमेशराज की 11 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
हमारी प्यारी मां
हमारी प्यारी मां
Shriyansh Gupta
2735. *पूर्णिका*
2735. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शिक्षा एवं धर्म
शिक्षा एवं धर्म
Abhineet Mittal
खोदकर इक शहर देखो लाश जंगल की मिलेगी
खोदकर इक शहर देखो लाश जंगल की मिलेगी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
कौन हो तुम
कौन हो तुम
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जिंदगी में रंग भरना आ गया
जिंदगी में रंग भरना आ गया
Surinder blackpen
शब्द
शब्द
Madhavi Srivastava
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मसरूफियत बढ़ गई है
मसरूफियत बढ़ गई है
Harminder Kaur
मुसलसल ईमान रख
मुसलसल ईमान रख
Bodhisatva kastooriya
Is ret bhari tufano me
Is ret bhari tufano me
Sakshi Tripathi
ईश्वर से शिकायत क्यों...
ईश्वर से शिकायत क्यों...
Radhakishan R. Mundhra
वायरस और संक्रमण के शिकार
वायरस और संक्रमण के शिकार
*Author प्रणय प्रभात*
చివరికి మిగిలింది శూన్యమే
చివరికి మిగిలింది శూన్యమే
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
ये दुनिया है
ये दुनिया है
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
विमला महरिया मौज
प्रेम ही जीवन है।
प्रेम ही जीवन है।
Acharya Rama Nand Mandal
अगर आपको अपने कार्यों में विरोध मिल रहा
अगर आपको अपने कार्यों में विरोध मिल रहा
Prof Neelam Sangwan
मारा जाता सर्वदा, जिसका दुष्ट स्वभाव (कुंडलिया)*
मारा जाता सर्वदा, जिसका दुष्ट स्वभाव (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
शुक्रिया कोरोना
शुक्रिया कोरोना
Dr. Pradeep Kumar Sharma
प्रेम नि: शुल्क होते हुए भी
प्रेम नि: शुल्क होते हुए भी
प्रेमदास वसु सुरेखा
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
💐प्रेम कौतुक-538💐
💐प्रेम कौतुक-538💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आबाद मुझको तुम आज देखकर
आबाद मुझको तुम आज देखकर
gurudeenverma198
Loading...