Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Apr 2021 · 1 min read

करोना से मुक्ति मनुहार (मत्तगयंद सवैया) भोजपुरी

आज गुहार करे भगता धर ध्यान कहे प्रभु लाज बचाईं।
व्याधि हरीं हरि कोविड के मनु प्रान हरीं जिन आज बचाईं।
देश दशा सब रूद्ध दिखे जन शोक हरीं सब काज बचाईं।
आस लगाय खड़ा भगता अब आस पुरा निज ताज बचाईं।।
✍️ पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’
मुसहरवा (मंशानगर) पश्चिमी चम्पारण, बिहार

Language: Hindi
3 Likes · 488 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all

You may also like these posts

आओ हम तुम संग चाय पीते हैं।
आओ हम तुम संग चाय पीते हैं।
Neeraj Agarwal
कल में जीवन आस है ,
कल में जीवन आस है ,
sushil sarna
सत्य
सत्य
Rambali Mishra
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
नेताम आर सी
तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम्
तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
*
*"अवध में राम आये हैं"*
Shashi kala vyas
जै हनुमान
जै हनुमान
Seema Garg
एक ज्योति प्रेम की...
एक ज्योति प्रेम की...
Sushmita Singh
अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस
अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस
Dr. Kishan tandon kranti
पलटे नहीं थे हमने
पलटे नहीं थे हमने
Dr fauzia Naseem shad
आधार खेती बारी
आधार खेती बारी
आकाश महेशपुरी
आंख से मत कुरेद तस्वीरें - संदीप ठाकुर
आंख से मत कुरेद तस्वीरें - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
जिस नई सुबह ने
जिस नई सुबह ने
PRADYUMNA AROTHIYA
2677.*पूर्णिका*
2677.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मां ने भेज है मामा के लिए प्यार भरा तोहफ़ा 🥰🥰🥰 �
मां ने भेज है मामा के लिए प्यार भरा तोहफ़ा 🥰🥰🥰 �
Swara Kumari arya
राना लिधौरी के हिंदी दोहे -प्रेम
राना लिधौरी के हिंदी दोहे -प्रेम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आंखों की नदी
आंखों की नदी
Madhu Shah
व्यथा हमारी दब जाती हैं, राजनीति के वारों
व्यथा हमारी दब जाती हैं, राजनीति के वारों
Er.Navaneet R Shandily
अन्तर मन में उबल रही  है, हर गली गली की ज्वाला ,
अन्तर मन में उबल रही है, हर गली गली की ज्वाला ,
Neelofar Khan
.हिदायत
.हिदायत
shabina. Naaz
ससुराल में साली का
ससुराल में साली का
Rituraj shivem verma
विचार
विचार
Kanchan verma
देखा है
देखा है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
इसकी वजह हो तुम, खता मेरी नहीं
इसकी वजह हो तुम, खता मेरी नहीं
gurudeenverma198
देकर घाव मरहम लगाना जरूरी है क्या
देकर घाव मरहम लगाना जरूरी है क्या
Gouri tiwari
सपना
सपना
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
सत्य कुमार प्रेमी
हैं राम आये अवध  में  पावन  हुआ  यह  देश  है
हैं राम आये अवध में पावन हुआ यह देश है
Anil Mishra Prahari
जो मिला ही नहीं
जो मिला ही नहीं
Dr. Rajeev Jain
विडम्बना
विडम्बना
Shaily
Loading...