मनुष्य जीवन
जीवन हो मानव का पाए
इसे यूं ही तुम मत खोना
करलो कार्य सुफल सारे
नहीं बाद पड़ेगा रोना
कठपुतली बन बैठे हो
कुछ अपनी भी सोचोना
कर लो कार्य सुफल सारे
नहीं बाद पड़ेगा रोना
शांत, शील गुणवान बनो
नहीं झगड़ालू कहलाना
वाद विवाद करोना ना कोई
है मिल जुल कर ही रहना
जीवन पथ पर रहो अग्रसर
ए बात कभी मत भूलना
कर लो कार्य सुफल सारे
नहीं बाद पड़ेगा रोना
जिम्मेदार बनो नागरिक
सबका ध्यान सदा रखना
ना हो जाए गलती कोई
सोच समझ कर तब करना
जीवन है अनमोल सभी का
दिल में अपने तुम रखना
कर लो कार्य सुफल सारे
नहीं बाद पड़ेगा रोना
सुबह सवेरे सूरज संग
उठ कर हरदम रहना
कुछ कसरत भी मेरे प्यारे
सुबह शाम तुम करना
रोग सदा भागेगा तुमसे
छोड़ो देर तक सोना
कर लो कार्य सुफल सारे
नहीं बाद पड़ेगा रोना