मनमीत
1222 1222 122
चले आओ प्रणय का गीत गाते ।
अधर पर धोल दो रस प्रीत गाते।
मिलन हो फिर नया वरदान पाऊँ,
हरो पीड़ा मदन मनमीत गाते।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली
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चले आओ प्रणय का गीत गाते ।
अधर पर धोल दो रस प्रीत गाते।
मिलन हो फिर नया वरदान पाऊँ,
हरो पीड़ा मदन मनमीत गाते।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली