Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Nov 2024 · 1 min read

मनमानी करते नेता

मनमानी करते नेता
मनमर्जियों का राज है
कहने में क्या जाता है
यहां जनता राज है

चित्रा बिष्ट

27 Views

You may also like these posts

शेर
शेर
पाण्डेय नवीन 'शर्मा'
ख़ुद्दार बन रहे हैं पर लँगड़ा रहा ज़मीर है
ख़ुद्दार बन रहे हैं पर लँगड़ा रहा ज़मीर है
पूर्वार्थ
यादें
यादें
Tarkeshwari 'sudhi'
खुशियों की सौगात
खुशियों की सौगात
DR ARUN KUMAR SHASTRI
2601.पूर्णिका
2601.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
.
.
Ragini Kumari
एक सही आदमी ही अपनी
एक सही आदमी ही अपनी
Ranjeet kumar patre
#दीनदयाल_जयंती
#दीनदयाल_जयंती
*प्रणय*
Banaras
Banaras
Sahil Ahmad
जो न चाहे दिल वही अपनाना पड़ता है यहाॅं
जो न चाहे दिल वही अपनाना पड़ता है यहाॅं
Manoj Mahato
गरीबी की उन दिनों में ,
गरीबी की उन दिनों में ,
Yogendra Chaturwedi
वो जो हूबहू मेरा अक्स है
वो जो हूबहू मेरा अक्स है
Shweta Soni
भरोसा है मुझे
भरोसा है मुझे
Sanjay Narayan
मैं घमंडी नहीं हूँ
मैं घमंडी नहीं हूँ
Dr. Man Mohan Krishna
या खुदाया !! क्या मेरी आर्ज़ुएं ,
या खुदाया !! क्या मेरी आर्ज़ुएं ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मेहनती को, नाराज नही होने दूंगा।
मेहनती को, नाराज नही होने दूंगा।
पंकज कुमार कर्ण
*मदमस्त है मौसम हवा में, फागुनी उत्कर्ष है (मुक्तक)*
*मदमस्त है मौसम हवा में, फागुनी उत्कर्ष है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
*फूलों मे रह;कर क्या करना*
*फूलों मे रह;कर क्या करना*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
परमपिता तेरी जय हो !
परमपिता तेरी जय हो !
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
*मेरे साथ तुम हो*
*मेरे साथ तुम हो*
Shashi kala vyas
कहते है ये
कहते है ये
manjula chauhan
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
यूं तो मेरे जीवन में हंसी रंग बहुत हैं
हरवंश हृदय
नदी की करुण पुकार
नदी की करुण पुकार
Anil Kumar Mishra
मात गे हे डोकरा...
मात गे हे डोकरा...
TAMANNA BILASPURI
*दिव्य*
*दिव्य*
Rambali Mishra
मौसम बरसात का
मौसम बरसात का
Shutisha Rajput
पलकों पे सपने लिए, लाँघे जब दहलीज।
पलकों पे सपने लिए, लाँघे जब दहलीज।
डॉ.सीमा अग्रवाल
कहो क्यों लोग कहते हैं
कहो क्यों लोग कहते हैं
DrLakshman Jha Parimal
मेरी जो बात उस पर बड़ी नागवार गुज़री होगी,
मेरी जो बात उस पर बड़ी नागवार गुज़री होगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दोहा पंचक. . . . सावन
दोहा पंचक. . . . सावन
sushil sarna
Loading...