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30 Apr 2019 · 1 min read

मदलेखा छंद

देखो सावन आया, प्रेमी के मन भाया !
बंशी कृष्ण बजाओ, कोई राग सुनाओ !

वादा भूल न जाना, सैंया जी घर आना !
रो-रो रात बिताऊँ, पीड़ा पी रह जाऊँ !!
रमेश शर्मा

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 408 Views
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