जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
तुम मुझे देखकर मुस्कुराने लगे
समझदार तो मैं भी बहुत हूँ,
ना जाने कैसी मोहब्बत कर बैठे है?
बेरहम जिन्दगी के कई रंग है ।
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
💐प्रेम कौतुक-158💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
(9) डूब आया मैं लहरों में !
टाँग इंग्लिश की टूटी (कुंडलिया)
इन टिमटिमाते तारों का भी अपना एक वजूद होता है
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
इतनी जल्दी क्यूं जाते हो,बैठो तो
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
तेरी धरती का खा रहे हैं हम