“मददगार” #50 शब्दों की कहानी#
नताशा को फेलोपियन-ट्यूब में रूकावटों के संबंध में डॉक्टर ने सचेत भी किया था । पति की खातिर प्रेगनेंसी की रिस्क ली, लेकिन चौथी बार गर्भपात होने पर अस्पताल के कमोड़ में बेतहाशा उल्टियां हुई, जान बाल-बाल बचने पर उसने बच्चा गोद लेकर ऐसी महिलाओं की मदद करने की ठानी।