मथुरा गमन-जुदाई
अजी बांके मोहन करो कुछ शोधन,मथुरा को जाना गवारा नहीं है,
दुखियाँ है गोपी,गाये भी रोती, गोकुल से बिसरना सहारा नहीं है।
कान्हा कान्हा किसको कहेंगे, गोकुल की गलियाँ ढूंढेंगे,
माखन दूध लिए मात जसोदा, रोएगी मेरा प्यारा कहीं है ?
अजी बांके मोहन करो कुछ शोधन,मथुरा को जाना गवारा नहीं है।
दुखियाँ है गोपी,गाये भी रोती, गोकुल से बिसरना सहारा नहीं है।।
तट यमुना के तरु कदमों के सब सूखेंगे देख जुदाई,
बरसाने की खड़ी अहेरी किसको देंगी दूध मलाई।
माखन चोरी ब्रज की होरी, बंसी धुन क्या तुम्हारी नहीं है?
अजी बांके मोहन करो कुछ शोधन,मथुरा को जाना गवारा नहीं है।
दुखियाँ है गोपी,गाये भी रोती, गोकुल से बिसरना सहारा नहीं है।।
रासलीला बिन वृंदावन सूना, बिन धुन बंसी मोर नचेना,
राधा के संग अपना भी मन लेलो, कन्हैया अब हमारा नहीं है,
संतोषी गमन से छुटकारा नहीं है,
अजी बांके मोहन करो कुछ शोधन,मथुरा को जाना गवारा नहीं है।
दुखियाँ है गोपी,गाये भी रोती, गोकुल से बिसरना सहारा नहीं है।।