मत (वोट)की महत्ता
मत (वोट) की महत्ता
चौपाई
अपने मत की ताकत जानो।
मताधिकार इक शक्ति मानो।।
जिसके पक्ष अधिक मतदाना।
राजा बनते सबने जाना।।
मत पाने भारत के नेता।
झूठ बोलकर बहका देता।।
जीत बाद पूछें जब जनता ।
जुमले बाजी बोल उफनता ।।
मतलब साद भूल जो जाते।
मत देकर क्यों लोग जिताते।।
सोच समझ कर मत देना है ।
नेता नहि सेवक चुनना है ।।
कहीं लोभ लालच मय बिकते।
कहीं शराबी गाली बकते।।
वोट बैंक पर लगती बोली।
प्रजातंत्र हुडदंगी होली ।।
अपने मत की करना रक्षा।
प्रजातंत्र की तभी सुरक्षा ।।
बडा कीमती वोट हमारा ।
राष्ट्र धर्म का यही सहारा।।
राजेश कौरव सुमित्र