मत रो ऐ दिल
मत रो ऐ मेरे दिल तू उस बेवफा के लिए
जिसने तोड़ दिया तेरा दिल किसी ओर के लिए।
जिसने न किया तेरे प्यार का परवाह
तु न याद करके रो उस बेवफा के लिए।
है इस संसार मे और भी कितने हँसी
एकबार फिर से नजरे उठाकर तो देख।
मिल जाएगें और भी कितने यहाँ
जरा तुम अपना मस्ताना अंदाज बिखेर कर तो देख।
क्यो रोती है तु इतना उस बेवफा के लिए
जिसने तुमसे प्यार कभी किया ही नही था ।
जो तुम्हें सच्चा प्यार करे ,जो तेरे प्यार लायक हो,
इस जमाने मे ऐसा साथी परख कर तो तु देख।
तु उस बेवफा प्यार को अपनी जिन्दगी से भुलाकर
आगे तो निकलकर जिदंगी फिर जीकर तो देख।
जिन्दगी के इस सफर प्यार करने वालो की कमी नही है
जरा तुम दिल को खोलकर अपने आसपास तो देख ।
ऐसे रो -रो कर तुम अपनी जिन्दगी को सजा न दे
जिन्दगी कितनी हँसीन है,तु इसे फिर से जी कर तो देख।
अनामिका