Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Dec 2020 · 1 min read

मतलबी इंसान से तू प्यार मत कर

ग़ज़ल….

मतलबी इंसान से तू प्यार मत कर
इस तरह घर में सरे दीवार मत कर….

हो नहीं सकता हितैषी वो यकीनन
आ गया सच सामने इनकार मत कर…

बो रहा विष जो अमन में बन लुटेरा
ख़ैरियत गर चाहते दरबार मत कर…

कर सकें जो ना सुरक्षित बेटियों को
मुल्क में ऐसी कहीं सरकार मत कर..

जो हमेशा से बदलता मुख रहा हो
बात का उसके जरा इतबार मत कर…

साथ देते दुर्दिनों में सिर्फ अपने
चंद पैसे के लिए टकरार मत कर ….

है सियासत पर हमें भी फ़ख्र ‘राही’
पर फ़रेबी बन यहाँ व्यापार मत कर…

डाॅ. राजेन्द्र सिंह ‘राही’
(बस्ती उ. प्र.)

2 Likes · 3 Comments · 401 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ मन की कोई बात लिख दूँ...!
कुछ मन की कोई बात लिख दूँ...!
Aarti sirsat
जेठ का महीना
जेठ का महीना
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"सत्य अमर है"
Ekta chitrangini
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जय मातु! ब्रह्मचारिणी,
जय मातु! ब्रह्मचारिणी,
Neelam Sharma
वो वक्त कब आएगा
वो वक्त कब आएगा
Harminder Kaur
अतीत कि आवाज
अतीत कि आवाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जनता नहीं बेचारी है --
जनता नहीं बेचारी है --
Seema Garg
आवारा पंछी / लवकुश यादव
आवारा पंछी / लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
भीगी पलकें...
भीगी पलकें...
Naushaba Suriya
है कुछ पर कुछ बताया जा रहा है।।
है कुछ पर कुछ बताया जा रहा है।।
सत्य कुमार प्रेमी
यादें .....…......मेरा प्यारा गांव
यादें .....…......मेरा प्यारा गांव
Neeraj Agarwal
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
जीवन की विफलता
जीवन की विफलता
Dr fauzia Naseem shad
फ़ितरत
फ़ितरत
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेरे पास, तेरे हर सवाल का जवाब है
मेरे पास, तेरे हर सवाल का जवाब है
Bhupendra Rawat
पिता, इन्टरनेट युग में
पिता, इन्टरनेट युग में
Shaily
नौजवान सुभाष
नौजवान सुभाष
Aman Kumar Holy
जो बुजुर्ग कभी दरख्त सा साया हुआ करते थे
जो बुजुर्ग कभी दरख्त सा साया हुआ करते थे
VINOD CHAUHAN
■ तय मानिए...
■ तय मानिए...
*प्रणय प्रभात*
*पाते असली शांति वह ,जिनके मन संतोष (कुंडलिया)*
*पाते असली शांति वह ,जिनके मन संतोष (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
डाल-डाल तुम हो कर आओ
डाल-डाल तुम हो कर आओ
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
काश लौट कर आए वो पुराने जमाने का समय ,
काश लौट कर आए वो पुराने जमाने का समय ,
Shashi kala vyas
बीता हुआ कल वापस नहीं आता
बीता हुआ कल वापस नहीं आता
Anamika Tiwari 'annpurna '
नवजात बहू (लघुकथा)
नवजात बहू (लघुकथा)
गुमनाम 'बाबा'
কেণো তুমি অবহেলনা করো
কেণো তুমি অবহেলনা করো
DrLakshman Jha Parimal
दवाइयां जब महंगी हो जाती हैं, ग़रीब तब ताबीज पर यकीन करने लग
दवाइयां जब महंगी हो जाती हैं, ग़रीब तब ताबीज पर यकीन करने लग
Jogendar singh
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
****अपने स्वास्थ्य से प्यार करें ****
Kavita Chouhan
वतन की राह में, मिटने की हसरत पाले बैठा हूँ
वतन की राह में, मिटने की हसरत पाले बैठा हूँ
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...