मजबूर मजदूर
चले वे सहर में ही शहर के लिए।
रखे संग भोजन दोपहर के लिए।
तलाशे थे वे दिनभर न रोज़ी मिला-
चले खाली ही हाथ वे घर के लिए।
चले वे सहर में ही शहर के लिए।
रखे संग भोजन दोपहर के लिए।
तलाशे थे वे दिनभर न रोज़ी मिला-
चले खाली ही हाथ वे घर के लिए।