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8 May 2022 · 1 min read

मज़दूर की कद्र

पर्वत को ढ़हते नहीं देखा!
धरती को हिलते नहीं देखा!!
मैंने मजदूरों की मौत पर
आकाश को फटते नहीं देखा!!
Shekhar Chandra Mitra
#कविता #शायरी #राजनीति #बुद्धिजीवी #पूंजीवाद
#लोक_कवि #हल्ला_बोल #सियासत #साहित्य #कवि

Language: Hindi
105 Views
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