मगरमच्छ के आंसू
इन राजनेताओं ने समझा ,
जनता के जीवन को खिलौना।
सुरक्षा व्यवस्था और अनुशासन ,
की कमी से जाती हर वर्ष जानें,
मगर इनको क्या ! इनको तो ,
आता है बस चंद राशियां बांटकर ,
मगरमच्छ सा झूठ मूठ का रोना।
इन राजनेताओं ने समझा ,
जनता के जीवन को खिलौना।
सुरक्षा व्यवस्था और अनुशासन ,
की कमी से जाती हर वर्ष जानें,
मगर इनको क्या ! इनको तो ,
आता है बस चंद राशियां बांटकर ,
मगरमच्छ सा झूठ मूठ का रोना।