मईया रानी
मईया रानी
माईया रानी महारानी जग मानें जग माने हो जग जाने माईया रानी महारानी जग माने हो जग जाने।।
जब संकट आवे जग माईया गोहरावे माईया रानी महारानी दौड़ी आवे ।।
घर घर कलश स्थापना मंदिर साजे माईया कि भक्ति के नवरात्रि आवे ।।
प्रातः संध्या भक्ति भोग आरती नवरात्रि भावे माईया रानी महारानी जग जाने हो जग माने।।
शैल पुत्री प्रथम आगमन ब्रह्मचारिणी द्वितीया लागे माईया रानी महारानी जग जने हो जग मानें ।।
तृतीय चंद्र घण्टा कुष्मांडा चतुर्थकम पंचम स्कन्ध माता षष्टम कात्यायनी आवे माईया रानी महारानी जग जाने हो माने।।
काल रात्रि सप्तम महागौरी अष्टमम सिद्धिरात्रि नौ रूप भावे माईया रानी महारानी जग जाने हो माने जग माने ।।
वासंतिक शारदीय दो नवरात्रि जन्म जीवन सफल मनोरथ काज माईया देवे आशीर्वाद युग संसार छोड़ आपन धामआवे माईया रानी महारानी जग जाने हो जग माने।।
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीतांबर गोरखपुर उतर प्रदेश।।