Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#7 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
279 Followers
Follow
Report this post
15 Sep 2024 · 1 min read
” मंजिल “
” मंजिल ”
हर आँखों में सपने हैं
हर सीने में दिल है,
हर इंसान की
अपनी मंजिल है।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 34 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
मधुमाश
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जो दिखाते हैं हम वो जताते नहीं
Shweta Soni
भारत का सिपाही
आनन्द मिश्र
* बिखर रही है चान्दनी *
surenderpal vaidya
*फंदा-बूँद शब्द है, अर्थ है सागर*
Poonam Matia
3581.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
रंगों का बस्ता
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
मासुमियत है पर मासुम नहीं ,
Radha Bablu mishra
मैं तुलसी तेरे आँगन की
Shashi kala vyas
मैं रुक गया जो राह में तो मंजिल की गलती क्या?
पूर्वार्थ
कुर्सी मिलते ही हुआ,
sushil sarna
मैं
Vivek saswat Shukla
👌मुक्तक👌
*प्रणय*
प्यासा_कबूतर
Shakil Alam
"गौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
दिल होता .ना दिल रोता
Vishal Prajapati
इख़्तिलाफ़
अंसार एटवी
तेरे संग एक प्याला चाय की जुस्तजू रखता था
VINOD CHAUHAN
शहर की बस्तियों में घोर सन्नाटा होता है,
Abhishek Soni
हे राम तुम्हीं कण कण में हो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
धुंध कुछ इस तरह छाई है
Padmaja Raghav Science
सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है.
श्रीहर्ष आचार्य
सिय का जन्म उदार / माता सीता को समर्पित नवगीत
ईश्वर दयाल गोस्वामी
सूख गया अब
हिमांशु Kulshrestha
शीर्षक- तुम बनाओ अपनी बस्ती, हमसे दूर
gurudeenverma198
हिन्दी के साधक के लिए किया अदभुत पटल प्रदान
Dr.Pratibha Prakash
स्वाभिमान
Shyam Sundar Subramanian
*जल-संकट (दोहे)*
Ravi Prakash
सच हकीकत और हम बस शब्दों के साथ हैं
Neeraj Agarwal
एक डरा हुआ शिक्षक एक रीढ़विहीन विद्यार्थी तैयार करता है, जो
Ranjeet kumar patre
Loading...