Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2024 · 1 min read

सफ़र ठहरी नहीं अभी पड़ाव और है

मंजिल दूर है राही नेह ठहरे कहीं
दिशाओं की हर इल्म खूबसूरत लगे
पर अलहदा इस राह की स्नेही मंजर सखी
यह वश मे नहीं इसके अदद और है
मन के पृथक ठहराव को
स्थिर मंजिल की चाह है
न सफ़र ठहरी अभी पड़ाव और है

~ कुmari कोmal

103 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्यार में आलिंगन ही आकर्षण होता हैं।
प्यार में आलिंगन ही आकर्षण होता हैं।
Neeraj Agarwal
उतार देती हैं
उतार देती हैं
Dr fauzia Naseem shad
*खो गया  है प्यार,पर कोई गिला नहीं*
*खो गया है प्यार,पर कोई गिला नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
😊 #आज_के_सवाल
😊 #आज_के_सवाल
*प्रणय*
अलविदा कह कर दिल टूट गया....
अलविदा कह कर दिल टूट गया....
Surya Barman
विभाजन की विभीषिका
विभाजन की विभीषिका
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कविता
कविता
Rambali Mishra
नव वर्ष
नव वर्ष
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
🙅🤦आसान नहीं होता
🙅🤦आसान नहीं होता
डॉ० रोहित कौशिक
आप खुद का इतिहास पढ़कर भी एक अनपढ़ को
आप खुद का इतिहास पढ़कर भी एक अनपढ़ को
शेखर सिंह
वैसे तो चाय पीने का मुझे कोई शौक नहीं
वैसे तो चाय पीने का मुझे कोई शौक नहीं
Sonam Puneet Dubey
इश्क़ है तो इश्क़ का इज़हार होना चाहिए
इश्क़ है तो इश्क़ का इज़हार होना चाहिए
पूर्वार्थ
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गगन में लहराये तिरंगा
गगन में लहराये तिरंगा
नूरफातिमा खातून नूरी
कौन किसकी कहानी सुनाता है
कौन किसकी कहानी सुनाता है
Manoj Mahato
दर्शन की ललक
दर्शन की ललक
Neelam Sharma
*जितनी चादर है उतने ही, यदि पॉंव पसारो अच्छा है (राधेश्यामी
*जितनी चादर है उतने ही, यदि पॉंव पसारो अच्छा है (राधेश्यामी
Ravi Prakash
*देह का दबाव*
*देह का दबाव*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बोलने को मिली ज़ुबां ही नहीं
बोलने को मिली ज़ुबां ही नहीं
Shweta Soni
तक़दीर शून्य का जखीरा है
तक़दीर शून्य का जखीरा है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*गोल- गोल*
*गोल- गोल*
Dushyant Kumar
"आजमाइश"
Dr. Kishan tandon kranti
गुलाबी शहतूत से होंठ
गुलाबी शहतूत से होंठ
हिमांशु Kulshrestha
जिदंगी हर कदम एक नयी जंग है,
जिदंगी हर कदम एक नयी जंग है,
Sunil Maheshwari
11, मेरा वजूद
11, मेरा वजूद
Dr .Shweta sood 'Madhu'
स्थितिप्रज्ञ चिंतन
स्थितिप्रज्ञ चिंतन
Shyam Sundar Subramanian
4065.💐 *पूर्णिका* 💐
4065.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
एक बिखरा ख़्वाब हूँ मैं, तू नींदों में दीदार ना कर,
एक बिखरा ख़्वाब हूँ मैं, तू नींदों में दीदार ना कर,
Manisha Manjari
दोस्त, दोस्त तब तक रहता है
दोस्त, दोस्त तब तक रहता है
Ajit Kumar "Karn"
कांटों में जो फूल खिले हैं अच्छे हैं।
कांटों में जो फूल खिले हैं अच्छे हैं।
Vijay kumar Pandey
Loading...