भ्रष्टाचार संकट में युवकों का आह्वान
भ्रष्टाचार संकट में युवकों का आह्वान
कुंडलिया
1
मेरे भारत के युवक , अब करके व्यायाम
सजक हो सभी आ पड़ा ,पुनः आपका काम
पुनः आपका काम ,हटाना रिश्वतखोरी
आप करोगे साफ, विभागों की हर चोरी
उठो बहादुर आज ,देखती माँ मुख तेरे
जिधर बढ़े जय प्राप्त, किए हो भाई मेरे
2
हमको आज न चाहिए ,लोभी युवक समाज
और न वे जिनमें न हो ,मानवता की लाज
मानवता की लाज, या न करनी कथनी सम
वैसे जन की फौज, करेंगे क्या लेकर हम
वे आएँ जो दूर, करें भारत से तम को
सचमुच हो इंसान, चाहिए वे जन हमको
3
तेरे ऊपर ही रहा, सदा देश का भार
तूँ ही करते आ रहे, हर संकट से पार
हर संकट से पार, किए हो शीश चढ़ाकर
भारत माँ के लाल, न जीते शीश झुकाकर
है अरि भ्रष्टाचार ,आज हम सबको घेरे
जिसका सत्यानाश, मात्र है बस का तेरे
4
भाई तुझको क्या हुआ, गँवा लिए क्यों होश
लूटपाट कर आज तूँ, क्यों भरते हो कोष
क्यों भरते हो कोष ,देश को खाली करके
रहे नहीं क्यों सोच ,हमें जाना है मरके
मरने वाला आज तलक ले गया न पाई
तजकर भ्रम तूँ राष्ट्र के लिए जुट जा भाई
5
भाई मेरे युवक जन, रखो सादा विश्वास
नवयुग के निर्माण की ,शक्ति तुम्हारे पास
शक्ति तुम्हारे पास, जिधर लोगे अँगड़ाई
उधर मुड़ेंगे लोग ,तुम्हारी जय हो भाई
जगो देश के वीर, देखती माँ मुख तेरे
दुखकर भ्रष्टाचार, मिटादो भाई मेरे
अवध किशोर ‘अवधू’
मोबाइल नंबर 9918854285
दिनांक-15-11-2024