“भेद-अभेद”
“भेद-अभेद”
महान सन्त गण कह चुके हैं कि मानव-मानव में कोई भेद नहीं है। निःसन्देह यह सत्य है। लेकिन मेरा मानना है कि यदि कोई भेद है तो वह जागरूकता के दृष्टिकोण से है। कोई पहले पेंट पहनना सीखे, कोई बाद में। कोई अभी पहने की तैयारी में हैं तो कुछ को अभी पेंट पहनने में सदियों लग जाएंगे…।