भूख
मजदूरों की लाशों पर
पहले नेता सेंकते हैं
राजनीति की बेशर्म
रोटियां,
फिर उनको पलटकर
तुम सेंकते हो आत्मा विहीन
कविताएँ.
“उनको सत्ता की भूख है
तुमको वाह-वाह की”
16/05/20
#riyagupta
मजदूरों की लाशों पर
पहले नेता सेंकते हैं
राजनीति की बेशर्म
रोटियां,
फिर उनको पलटकर
तुम सेंकते हो आत्मा विहीन
कविताएँ.
“उनको सत्ता की भूख है
तुमको वाह-वाह की”
16/05/20
#riyagupta