भुजंगप्रयात छन्द विधान
भुजंगप्रयात छन्द
मापनी-122 122 122 122
यह एक 20 मात्रिक छन्द है। चार चरण चारो या दो-दो पँक्ति समतुकांत
उदाहरण
करूँ वन्दना शारदे माँ तुम्हारी।
चले लेखनी अनवरत माँ हमारी।
कृपा आप हम पर जरा कीजिये माँ।
नवल भाव नव शब्द भर दीजिये माँ।
अभिनव मिश्र अदम्य