भीष्म
वह वीर काैरव,
चंद्रवंश का गाैरव,
गंगा का दुलारा,
परशुराम का प्यारा,
अम्बा का दाेषी,
पाण्डवाे का हितेषी,
हस्तिनापुर का वट व्रक्ष
वीर ब्रह्मचारी जिसके चाैडे वक्ष
मात आज्ञा पर जा काशी,
अपने पाैरुष पर हर लाया नारी,
गंगा की धारा काे बाणाे से राेका,
युद्ध में उसने परशुराम काे राेका,
आर्यव्रत का हर राजा उससे डरता,
अटल प्रतिज्ञा का पालन करता,
वाे साेया शरसैया,
राेई गंगा मैया,
।।।जेपीएल।।।