Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jan 2020 · 1 min read

भीगी भीगी हैं फलके

भीगी भीगी हैं पलकें
————————-
आँसुओं से नम आँखें
भीगी भीगी सी पलकें

गीले गुलाबी रुखसार
रूखा रूखा व्यवहार

सुर्ख सूखे सूखे ओष्ठ
अविकसित सा कोष्ठ

पक्षाघात मारा शरीर
टूटी फूटी सी तकदीर

बन्द दुकान सी जुबान
जिन्दगी बनी दास्तान

बस फसाद ही फसाद
स्वाद बन गए अवसाद

बिगड़ी बिगड़ी चाल
हाल हो गया बदहाल

बदले बदले हैं हालात
बुरे दिनों की शुरुआत

काला नहीं है बीच दाल
काली हुई है सारी दाल

खो गया स्वाभिमान
टुट गए सारे अरमान

बिखर गए देखे सपने
बिछुड़ गए सब अपने

यह हसर यूं ही नहीं हैं
दिल खफा यूं ही नहीं है

ये सिला है बेवफाई का
तुझ से मिली जुदाई का

तेरी जफा का असर है
रही नहीं कोई कसर है

तूने किया विस्वासघात
दिल उसी से है आघात

मैं हूँ अब भी तेरी मुरीद
जीवन में रहेगी उम्मीद

सुखविंद्र सुधरेंगे हालात
कभी तो होगी मुलाकात

सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
554 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

हर जौहरी को हीरे की तलाश होती है,, अज़ीम ओ शान शख्सियत.. गुल
हर जौहरी को हीरे की तलाश होती है,, अज़ीम ओ शान शख्सियत.. गुल
Shweta Soni
चंद हाईकु
चंद हाईकु
Dr. Pradeep Kumar Sharma
चांद पर चंद्रयान, जय जय हिंदुस्तान
चांद पर चंद्रयान, जय जय हिंदुस्तान
Vinod Patel
हठ;कितना अंतर।
हठ;कितना अंतर।
Priya princess panwar
हिस्से की धूप
हिस्से की धूप
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
एक कुंडलियां छंद-
एक कुंडलियां छंद-
Vijay kumar Pandey
वैश्विक जलवायु परिवर्तन और मानव जीवन पर इसका प्रभाव
वैश्विक जलवायु परिवर्तन और मानव जीवन पर इसका प्रभाव
Shyam Sundar Subramanian
ओढ़े जुबां झूठे लफ्जों की।
ओढ़े जुबां झूठे लफ्जों की।
Rj Anand Prajapati
विरह की वेदना
विरह की वेदना
Kirtika Namdev
उसको ख़ुद से ही ये गिला होगा ।
उसको ख़ुद से ही ये गिला होगा ।
Neelam Sharma
...........
...........
शेखर सिंह
मेरा भाग्य और कुदरत के रंग...... एक सच
मेरा भाग्य और कुदरत के रंग...... एक सच
Neeraj Agarwal
*Relish the Years*
*Relish the Years*
Poonam Matia
" प्रेरणा "
Dr. Kishan tandon kranti
*कविताओं से यह मत पूछो*
*कविताओं से यह मत पूछो*
Dr. Priya Gupta
कीचड़ से कंचन
कीचड़ से कंचन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
गांवों की सिमटती हरियाली
गांवों की सिमटती हरियाली
Sudhir srivastava
युद्ध
युद्ध
Shashi Mahajan
क्या अच्छा क्या है बुरा,सबको है पहचान।
क्या अच्छा क्या है बुरा,सबको है पहचान।
Manoj Mahato
कितना सुहाना मौसम.
कितना सुहाना मौसम.
Heera S
ज़ौक-ए-हयात में मिला है क्यों विसाल ही,
ज़ौक-ए-हयात में मिला है क्यों विसाल ही,
Kalamkash
My Love
My Love
Arghyadeep Chakraborty
आओ एक गीत लिखते है।
आओ एक गीत लिखते है।
PRATIK JANGID
शीर्षक: लाल बहादुर शास्त्री
शीर्षक: लाल बहादुर शास्त्री
Harminder Kaur
kanhauli estate - Ranjeet Kumar Shukla
kanhauli estate - Ranjeet Kumar Shukla
हाजीपुर
ज़िंदगी सौंप दी है यूं हमने तेरे हवाले,
ज़िंदगी सौंप दी है यूं हमने तेरे हवाले,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
■ दोहात्मक मंगलकामनाएं।
■ दोहात्मक मंगलकामनाएं।
*प्रणय*
*काले-काले मेघों ने ज्यों, नभ का सुंदर श्रृंगार किया (राधेश्
*काले-काले मेघों ने ज्यों, नभ का सुंदर श्रृंगार किया (राधेश्
Ravi Prakash
बमुश्किल से मुश्किल तक पहुँची
बमुश्किल से मुश्किल तक पहुँची
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हर मुश्किल का हल निकलेगा..!
हर मुश्किल का हल निकलेगा..!
पंकज परिंदा
Loading...