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9 Nov 2017 · 1 min read

भीगते मसि में न अब अल्फ़ाज़ हैं

भीगते मसि में न अब अल्फ़ाज़ हैं
पास उनके उंगलियों के साज़ हैं
फोन पीसी मे ठिकाना हो गया
आज कागज़ के नहीं मोहताज़ हैं

डॉ अर्चना गुप्ता
09-11-2017

Language: Hindi
604 Views
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