भाव लहर
देखो मैं भी हूँ समुद्र लहरों सी
वो किनारा छू जाती हैं प्यार में
वैसे मेरे मन के भाव शब्द रूप ले
छू जाते है दिल को तेरे प्यार में।
समुद्र की लहरों से भाव मेरे
उमड़ते रहते हैं मन मे मेरे
उठा लेखनी लिख देती हूँ
भाव लहरों को शब्दो में।।