भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि
एक शिक्षक से राष्ट्रपति तक, गरिमा सदा निभाई है
मूल्यों की राजनीति के शिखर,
प्रणव दा की अंतिम विदाई है
राजनीति में प्रणव दा का, अपना एक मुकाम था
दलीय राजनीति से हटकर, पक्ष विपक्ष में सम्मान था
राजनीति शुचिता के वे, एक जीवंत मिसाल थे
वास्तविक जन नेता थे वे, और वह ह्रदय विशाल थे
राजनीति में जन सेवा कर, अपना कर्तव्य निभाया
अपने विराट व्यक्तित्व से उनने, भारत रत्न पाया
भारत मां के सच्चे सेवक को, सम्मान समर्पित करते हैं
श्री चरणों में शत-शत प्रणाम समर्पित करते हैं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी