Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 2 min read

भारत रत्न इंदिरा गांधी

भारत रत्न इंदिरा गांधी

प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी, वह दुर्गा मात भवानी थी
शहीद हुई वतन की खातिर,वह ऐसी ही बलिदानी थी।

वह वीर जवाहर की बेटी, कमला नेहरू की जायी थी
अवतरण हुआ प्रयाग में जब आजादी की छिड़ी लड़ाई थी
पली बढ़ी योद्धाओं के संग, खुद बानर सेना बनाई थी
गई जेल सदा थी समर्पित, सेनानी वह कहलाई थी
TV
विद्रोहिनी थी सदा मन से, फिरोज से ब्याह रचा बैठी
ले आशीर्वाद महात्मा का, वह गांधी नाम कमा बैठी
बने नेहरू जब प्रधानमंत्री, वह उनकी छाया बन बैठी
जिम्मेदारी से नहीं हटी, राजनीति नियति बना बैठी

प्रथम महिला बनी भारत की, प्रधानमंत्री का पद पाया
नहीं सुगम थी उसकी राहें, संधर्ष तूफान उमड़ आया
नहीं कभी हारी हिम्मत वह , जनता ने उसका साथ दिया
बढ़ाया देश को आगे था, जन जन को अपना हाथ‌ दिया

बदला भूगोल इतिहास रचा,वह लौह महिला कहलाई
दुश्मन के छक्के छुड़ाने को, शौर्य और‌ प्रतिभा दिखलाई
विश्वास में लिया विश्व को जब, नव देश क्षितिज पर ले आई
महाशक्ति का जंगी बेड़ा, धमकी से वह नहीं धबराई

जनता का बढ़ता प्यार देख, कुछ सीनों पर सांप लोट गया
भारत का बढ़ता प्रताप देख, साजिशी बाजार गर्म हुआ
आतंक का चेहरा खूंखार देख, उसका भरसक इलाज किया
दे दिया बलिदान जीवन का, पर देश को उसने बचा लिया

खो कर अपनी प्रिय नेता को, तब बच्चा बच्चा रोया था
धरती का धैर्य था थर्राया, अंबर भी तब नहीं सोया था
उमड़ पड़ा तब जन सैलाब,जैसे कोई अपना खोया था
दे दी फांसी हत्यारों को, काटा जो जैसा बोया था

भारत ने भारत रत्न दिया, वह हिमालय-सी कल्याणी थी
याद रखें गी सदियां सदा, ज्यों वह झांसी की रानी थी
प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी, वह दुर्गा मात भवानी थी
शहीद हुई वतन की खातिर, वह ऐसी ही बलिदानी थी।

Language: Hindi
185 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Santosh Khanna (world record holder)
View all
You may also like:
हर मौसम का अपना अलग तजुर्बा है
हर मौसम का अपना अलग तजुर्बा है
कवि दीपक बवेजा
हौंसले को समेट कर मेघ बन
हौंसले को समेट कर मेघ बन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
नयकी दुलहिन
नयकी दुलहिन
आनन्द मिश्र
मंजिल
मंजिल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मात्र नाम नहीं तुम
मात्र नाम नहीं तुम
Mamta Rani
हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।
हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
जब किसी कार्य को करने में आपकी रुचि के साथ कौशल का भी संगम ह
जब किसी कार्य को करने में आपकी रुचि के साथ कौशल का भी संगम ह
Paras Nath Jha
Only attraction
Only attraction
Bidyadhar Mantry
हीर मात्रिक छंद
हीर मात्रिक छंद
Subhash Singhai
........?
........?
शेखर सिंह
सब के सब ख़ुद को कहते हैं आला,
सब के सब ख़ुद को कहते हैं आला,
Dr fauzia Naseem shad
आजमाती है ज़िन्दगी तो, इम्तिहान कड़े होते हैं।
आजमाती है ज़िन्दगी तो, इम्तिहान कड़े होते हैं।
Manisha Manjari
॥ जीवन यात्रा मे आप किस गति से चल रहे है इसका अपना  महत्व  ह
॥ जीवन यात्रा मे आप किस गति से चल रहे है इसका अपना महत्व ह
Satya Prakash Sharma
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*संस्मरण*
*संस्मरण*
Ravi Prakash
तुम्हारे इश्क में इतने दीवाने लगते हैं।
तुम्हारे इश्क में इतने दीवाने लगते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
💐अभिनंदन💐
💐अभिनंदन💐
*प्रणय*
संवेदनाएं
संवेदनाएं
Buddha Prakash
हर वक़्त सही है , गर ईमान सही है ,
हर वक़्त सही है , गर ईमान सही है ,
Dr. Rajeev Jain
दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त
दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त
पूर्वार्थ
यादों की तुरपाई कर दें
यादों की तुरपाई कर दें
Shweta Soni
इक सांस तेरी, इक सांस मेरी,
इक सांस तेरी, इक सांस मेरी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4075.💐 *पूर्णिका* 💐
4075.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
विद्यार्थी जीवन
विद्यार्थी जीवन
Santosh kumar Miri
गर्मी
गर्मी
Ranjeet kumar patre
तेरा मेरा खुदा अलग क्यों है
तेरा मेरा खुदा अलग क्यों है
VINOD CHAUHAN
" कबड्डी "
Dr. Kishan tandon kranti
*जिंदगी के अनोखे रंग*
*जिंदगी के अनोखे रंग*
Harminder Kaur
मन का महाभारत
मन का महाभारत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हर पल
हर पल
Davina Amar Thakral
Loading...