भारत मां के लाल
भारत मां के लाल
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भारत मां के लाल तुम,पथ पर बढ़ते जाना।
जो भी पथ में बाधा आए,हंस कर पार
सभी कर जाना।।
तुम वीरों में हिमगिरि सी ऊंचाई,
सागर सी गहराई है।
लहरों सी तरंगें और , सूरज की तरूनाई है।।
जब भी देश पर संकट आया,
देश लिए संघर्ष किया।
दुश्मनों को मार भगाया, जग में अपना नाम किया।।
भारत मां के लाल हो, रक्षा सदा करना तुम।
चांद बनकर वीर सपूत,शेर सी गर्जना करना तुम।।
पहली मां हे मातृभूमि,पहरा देकर सेवा करते।
अपनी जान न्यौछावर कर, भारत की
रक्षा करते।।
अपनी कोई परवाह नहीं, पहले आता देश है।
दुर्गमता के कांटों का पथ, आघात सहे क ई तुमने है।।
मेरे देश के रणबांकुरों,देश के शेरों तुमसे ही मेरा वतन।
प्यारी मातृभूमि को, कोटि -कोटि
शत् -शत नमन।।
जय हिन्द -जय भारत
वन्देमातरम
सुषमा सिंह*उर्मि,,