भारत अपना देश
लाल किले से आज तुम्हे, देता ये सन्देश।
सबसे न्यारा सबसे प्यारा, भारत अपना देश।
अलग अलग हैं बोली इसकी, अलग अलग परिवेश।
फिर भी रहता एक हमेशा, भारत अपना देश।
भांति भांति रंगों में डूबा, इसकी बहुत प्रथाएं हैं।
इतिहासों के पन्नो में सिमिटी, इसकी बहुत कथाएं हैं।
ऋषि मुनियों की पवन धरती, यंहा राम कृष्ण का वास।
सर पर खड़ा हिमालय देखो, कैसे इसे बनाये ख़ास।
दुनिया भर में घूम के देखो, ये हैं बहुत विशेष।
सबसे न्यारा सबसे प्यारा, भारत अपना देश।
तुम बच्चों के हांथो में, इसका भविष्य सुनहरा है।
देश भक्ति का रंग दिलों में आज बहुत ही गहरा है।
गाँधी नेहरू आजाद सुभाष, इनका बलिदान हमें है याद।
देश हमारा सबसे ऊपर, बाकि सब उसके है बाद।
इसकी शान में जान हमारी, जब तक जीवन रहेगा शेष।
सबसे न्यारा सबसे प्यारा, भारत अपना देश।
प्रदीप कुमार गुप्ता (स्वरचित मौलिक)
स्वतंत्रता दिवस को समर्पित