भाई बहन का साथ कभी न छूटे
ज़माने भर की दौलत छीन जाए,
दुनिया का एशो आराम भी चाहे छीन जाए ,
संसार के सारे रिश्ते नाते छूट जाएं ,
मगर बहनों से उनका भाई ,
और भाइयों से उनकी बहनें ना छूटे ।
माता पिता के आंगन के ये फूलों पर कभी कोई ,
कयामत न टूटे ।
चाहे लड़ झगड़ ले ,
चाहे तकरार कर लें ,
एक दूजे को तंग करना,
शरारतें करना या
थोड़ा सा मनमुटाव वगेरह सब चलता है।
यह तो यादें हैं बचपन की ।
संजो कर रखने योग्य ।
बड़े हो गए तो जब अपनी अपनी मंजिल पर
पहुंचेंगे तो यह यादें बहुत काम आएंगी ।
और तब भाई बहनों और उनके साथ बिताए,
खट्टे मीठे पलों की बहुत याद आयेगी ।
चिरंजीव और सौभाग्यशाली रहे भाई बहन,
कभी उनकी जोड़ी ना टूटे ।
माता पिता ना रहे यदि तो भी ,
उनके लगाए फूलों से उनका गुलशन आबाद रहे ।
इस गुलशन पर कभी भी कयामत न टूटे ।
खुदा करे ! सलामत रहे दुनिया के सभी भाई बहन,
काल के तरकश से कोई भी जहरीला तीर ,
किसी भाई बहन पर छूटे ।
रिश्ता यह प्यार,दोस्ती और अपनेपन का कभी न टूटे ।