Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Dec 2020 · 1 min read

भाईदूज

गीत – भाईदूज की पावन पर्व
★★★★★★★★★★★
देख प्रेम की जिस धारा को,
हर्षित आज विधाता है।
दीदी का भाई से जग में,
पुण्य परम जो नाता है।
★★★★★★★★★★
पावन भाई दूज दिवस पर,
जब दीदी घर जाते हैं।
प्रेम समाहित अनुपम खुशियाँ,
आँचल भर-भर पाते हैं।
तब स्वागत करती है दीदी,
मधुरिम मीठी बोली से।
थाल सजाती है आरत की,
चंदन कुमकुम रोली से।
उस बेला में हो विभोर,
नैना भी जल बरसाता हैं।
दीदी का भाई से जग में,
पुण्य परम जो नाता है।
★★★★★★★★★★
शकुंतला के संग अंजना,
फर्ज निभाकर माई की।
भर देते है प्रेम हृदय में,
अपने प्यारे भाई की।
आशीर्वाद सदा देती है,
दीदी हमको तन-मन से।
रहें सलामत भाई कहकर,
नित विनती कर भगवन से।
भाई भी निज प्राण समर्पित,
दीदी पर कर जाता है।
दीदी का भाई से जग में,
पुण्य परम जो नाता है।
★★★★★★★★★★
स्वरचित©®
डिजेन्द्र कुर्रे,”कोहिनूर”
छत्तीसगढ़(भारत)

Language: Hindi
Tag: गीत
433 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यादों के शहर में
यादों के शहर में
Madhu Shah
यदि कोई व्यक्ति कोयला के खदान में घुसे एवं बिना कुछ छुए वापस
यदि कोई व्यक्ति कोयला के खदान में घुसे एवं बिना कुछ छुए वापस
Dr.Deepak Kumar
.
.
*प्रणय*
3150.*पूर्णिका*
3150.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
राम कृष्ण हरि
राम कृष्ण हरि
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
"लफ्ज़...!!"
Ravi Betulwala
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरा स्वर्ग
मेरा स्वर्ग
Dr.Priya Soni Khare
*उसकी फितरत ही दगा देने की थी।
*उसकी फितरत ही दगा देने की थी।
Ashwini sharma
बदला सा व्यवहार
बदला सा व्यवहार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
स्त्रियाँ
स्त्रियाँ
Shweta Soni
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
तू है तसुव्वर में तो ए खुदा !
तू है तसुव्वर में तो ए खुदा !
ओनिका सेतिया 'अनु '
"संयोग-वियोग"
Dr. Kishan tandon kranti
उस स्त्री के प्रेम में मत पड़ना
उस स्त्री के प्रेम में मत पड़ना
Shubham Anand Manmeet
मैं नहीं हूं अपने पापा की परी
मैं नहीं हूं अपने पापा की परी
Pramila sultan
*अध्याय 4*
*अध्याय 4*
Ravi Prakash
लेखन की पंक्ति - पंक्ति राष्ट्र जागरण के नाम,
लेखन की पंक्ति - पंक्ति राष्ट्र जागरण के नाम,
Anamika Tiwari 'annpurna '
Activities for Environmental Protection
Activities for Environmental Protection
अमित कुमार
नज़र को नज़रिए की तलाश होती है,
नज़र को नज़रिए की तलाश होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कसम खाकर मैं कहता हूँ कि उस दिन मर ही जाता हूँ
कसम खाकर मैं कहता हूँ कि उस दिन मर ही जाता हूँ
Johnny Ahmed 'क़ैस'
ज़ेहन उठता है प्रश्न, जन्म से पहले कहां थे, मौत के बाद कहां
ज़ेहन उठता है प्रश्न, जन्म से पहले कहां थे, मौत के बाद कहां
Dr.sima
पगली
पगली
Kanchan Khanna
कोहरा काला घना छट जाएगा।
कोहरा काला घना छट जाएगा।
Neelam Sharma
मनोरमा
मनोरमा
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
लब्ज़ परखने वाले अक्सर,
लब्ज़ परखने वाले अक्सर,
ओसमणी साहू 'ओश'
मिल जाये
मिल जाये
Dr fauzia Naseem shad
कहते हैं मृत्यु ही एक तय सत्य है,
कहते हैं मृत्यु ही एक तय सत्य है,
पूर्वार्थ
सर्द हवाओं का मौसम
सर्द हवाओं का मौसम
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
"फ़ुरक़त" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...