Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2022 · 1 min read

भवानी जल्दी आउ नेऽ…

भवानी जल्दी आउ नेऽ…
(मैथिली भगवती गीत)
~~°~~°~~°
अहांकेऽ सेवक करए पुकार, भवानी जल्दी आउ नेऽ,-३
एहेन भूल कोन भेल हे जननी , कष्ट मिटाऊ नेऽ ,
बिगड़ल अछि सभ काज हे माते ।
नैन तऽ खोलु नेऽ..

अहांकेऽ सेवक करए पुकार…

कतेक दुःख हम सहब हे माता, संकट टारु नेऽ,
निष्ठुर भेलहुँ किया जगदम्बे – २
भाग्य सुधारु नेऽ।… भवानी जल्दी आउ नेऽ…

अहांकेऽ सेवक करए पुकार…

कारण कोन भेल जग जननी – २
सेऽ हम जानी नेऽ,
विनती सुनु अज्ञान हृदय केऽ – २
तिमिर मिटाऊ नेऽ ।
भवानी जल्दी आउ नेऽ…

अहांकेऽ सेवक करए पुकार…

भवानी जल्दी आउ नेऽ
भवसागर में डुइब रहल छी, प्राण बचाउ नेऽ
अहांकेऽ शरण केऽ छोड़ि, अम्बिके – २
आओर आसरा नेऽ ।… भवानी जल्दी आउ नेऽ..

अहांकेऽ सेवक करए पुकार…

मौलिक एवं स्वरचित
सर्वाधिकार सुरक्षित
© ® मनोज कुमार कर्ण
कटिहार ( बिहार )
तिथि – १३ /०२/ २०२२
माघ, शुक्ल पक्ष , द्वादशी ,रविवार
विक्रम संवत २०७८
मोबाइल न. – 8757227201

Language: Maithili
4 Likes · 2 Comments · 333 Views
Books from मनोज कर्ण
View all

You may also like these posts

: कितनी प्यारी सहज सरल हो... ( हिन्दी दिवस पर )
: कितनी प्यारी सहज सरल हो... ( हिन्दी दिवस पर )
Avani Agrawal
* विदा हुआ है फागुन *
* विदा हुआ है फागुन *
surenderpal vaidya
तानाशाह के मन में कोई बड़ा झाँसा पनप रहा है इन दिनों। देशप्र
तानाशाह के मन में कोई बड़ा झाँसा पनप रहा है इन दिनों। देशप्र
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
*टूटी मेज (बाल कविता)*
*टूटी मेज (बाल कविता)*
Ravi Prakash
"मैने प्यार किया"
Shakuntla Agarwal
Please Help Me...
Please Help Me...
Srishty Bansal
बैंकर
बैंकर
Khajan Singh Nain
बचपन का प्यार
बचपन का प्यार
Vandna Thakur
कमरा उदास था
कमरा उदास था
Shweta Soni
भद्रकाली
भद्रकाली
Dr. Kishan tandon kranti
“बिरहनी की तड़प”
“बिरहनी की तड़प”
DrLakshman Jha Parimal
।।
।।
*प्रणय*
स्त्री।
स्त्री।
Kumar Kalhans
4652.*पूर्णिका*
4652.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हवलदार का करिया रंग (हास्य कविता)
हवलदार का करिया रंग (हास्य कविता)
गुमनाम 'बाबा'
दोस्ती में हम मदद करते थे अपने यार को।
दोस्ती में हम मदद करते थे अपने यार को।
सत्य कुमार प्रेमी
घर परिवार पड़ाव - बहाव में ठहराव
घर परिवार पड़ाव - बहाव में ठहराव
Nitin Kulkarni
सभी जीव-जन्तुओं का आश्रय स्थल :- जंगल
सभी जीव-जन्तुओं का आश्रय स्थल :- जंगल
Mahender Singh
सत्य खोज लिया है जब
सत्य खोज लिया है जब
Buddha Prakash
मानस हंस छंद
मानस हंस छंद
Subhash Singhai
Enchanting Bond
Enchanting Bond
Vedha Singh
हम यह सोच रहे हैं, मोहब्बत किससे यहाँ हम करें
हम यह सोच रहे हैं, मोहब्बत किससे यहाँ हम करें
gurudeenverma198
- तुम्हे अब न अपनाऊंगा -
- तुम्हे अब न अपनाऊंगा -
bharat gehlot
सखि री!
सखि री!
Rambali Mishra
कभी महफ़िल कभी तन्हा कभी खुशियाँ कभी गम।
कभी महफ़िल कभी तन्हा कभी खुशियाँ कभी गम।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
* चली रे चली *
* चली रे चली *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
** मैं शब्द-शिल्पी हूं **
** मैं शब्द-शिल्पी हूं **
भूरचन्द जयपाल
कौन रिश्ता कैसा रिश्ता
कौन रिश्ता कैसा रिश्ता
Sudhir srivastava
आत्मीयता न होगी
आत्मीयता न होगी
Dr fauzia Naseem shad
The Sky...
The Sky...
Divakriti
Loading...