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8 Jul 2019 · 1 min read

भला आग से आग बुझाते हैं क्या

भला आग से आग बुझाते हैं क्या
आंधियों से दीये जलाते हैं क्या

जो पीर दर्द के मायने बदल दे
उस दर्द पर मरहम लगाते हैं क्या

नज़र महफ़िल में किसे ढूँढ रही थी
राज़ दिल के सबको बताते हैं क्या

दिल की बात आँखें पढ़ नहीं पाई
वो नज़र का चश्मा लगाते हैं क्या

महबूब से ज्यादा प्यार माँ से हो
तो फ़ाख्ता बेवफ़ा हो जाते हैं क्या

सागर

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 566 Views
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