भरोसा
भरोसा कर लो मुझपर तुम, कभी ना दिल दुखाऊंगा।
रहूंगा जब तलक जिंदा, सदा ही साथ निभाऊंगा।।
नहीं कोई गलत रास्ता, तुम्हें मैं फिर दिखाऊंगा।
सवारू मैं तेरा जीवन, तुझे मैं सब बताऊंगा।।
भरोसा कर लो मुझपर तुम, कभी ना दिल दुखाऊंगा…
हसो ना तुम अगर बोलो, तुम्हें मैं क्या समझता हूँ।
तुम्हें मैं अपने जीवन का, प्रभु उपकार समझता हूँ।।
दिखाए मार्ग मैंने जो, उन्हे तुम चित्त में धर लेना।
कभी तुम राह भटको तो, मुझे बस याद कर लेना।।
भरोसा कर लो मुझपर तुम, कभी ना दिल दुखाऊंगा…
तुम्हारे संग सदा मैं हूँ, तुम्हें मैं शक्ति देता हूँ।
तुम्हें अपना सदा समझा, तुम्हें भक्ति भी देता हूँ।।
छुपा कर तुम कभी मुझसे, कोई बाते नहीं रखना।
तुम्हें दिल में मैं रखता हूँ, मुझे दिल में भी तुम रखना।।
भरोसा कर लो मुझपर तुम, कभी ना दिल दुखाऊंगा…
ललकार भारद्वाज