भरोसा रखो
जो जिंदगी दिया है
पानी दाना भी देगा
भरोसा रखो उस पर
प्यारे वह खाना भी देगा
इज्जत भी देगा
दौलत भी देगा
अगर भरोसा है उस पर
तो है जन्नत भी देगा
कहां है कैसे हैं
वो तेरी पल पल का
खबर लेगा
जीवन जिसने दिया है
वह पानी दाना भी देगा
भरोसा रख
वह खाना भी देगा
तुम्हारे माता-पिता से भी
तुम्हारी फिक्र उसको ज्यादा है
सच कहती हूं मेरा झूठ
बोलने का नहीं इरादा है
पृथ्वी किसने बनाया
अन्न जल किसने बनाया
गफलत में पडकर
हम लोगों ने है
उसी को भुलाया
समझने वाले समझ रहे हैं
बात में कितनी सच्चाई है
देखने वालों ने तो देखा
कड़कड़ में उसकी परछाई है
जिसको उस पर विश्वास है
वह दुनिया में सबसे खास है
भले फकीर लगता हो
त्रिलोकी का वैभव उसके पास है
कौन भूला है सुदामा को
मीरा को किसने भूलाया है
सब कुछ हमें याद है
याद करते ही आनंद आया है
उसके सत्ता के बिना
पत्ता भी नहीं हिलता है
जो कुछ भी जिसको
मिलता है उसी की
सत्ता से मिलता है
चमन में जहां देखो
कहीं कुछ भी
फूल खिलता है
वह उसकी सत्ता से
ही खिलता है
उसकी महिमा कौन
गाएगा किसकी औकात है
वह चाहे तो दिन में
कर देता रात है
लाखों लाखों गलतियां
हमारी वह रोज
माफ कर रहा है
पता नहीं इंसा क्यो डर रहा है
दीपाली कालरा