भरोसा मौत का न करना..!
जीवन पर भरोसा नहीं है,
जीने पर भरोसा नहीं है,
कड़वे सच पर तो भरोसा कर लो,
मौत का भरोसा नहीं है ।
सुकून से न बैठो तुम,
जो करना है तो कर लो अब,
भरोसा करके न बैठो अब,
उसके मौके का भरोसा नहीं है ।
नींद लेना सुकून की न इतनी,
सुबह उठने का भरोसा न हो,
जीवन खोने का भरोसा न हो,
इस भूल में मुलाकात हो न जाए ।
किसने जाना है समय मौत का,
परवाह न करना अंत के आने का,
एक क्षण का भरोसा गले लगा लेगी,
बिन खबर किए सैय्या पर लेटा देगी ।
अपने आधार पर जीवन जीना है,
दुख सुख से व्यवहार कर रहना है,
भरोसा जीने का रखना बेहद,
मौत का भरोसा न करना अब।
**बुद्ध प्रकाश
***मौदहा हमीरपुर ।