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20 Jan 2020 · 1 min read

भगवान

मेरे हिस्से का भगवान
अंधा बहरा
दिल का खुरदुरा
दिल की नरम रेत पर
खींचता है
पत्थर से लकीर
फिर उन पत्थरों को
एहसासों के समन्दर मे उछाल
लगाता है ठहाके
मेरे बहते आंसुओं को
भर के नक्काशीदार
सुराहियों में
पीता है जाम की तरह
की दिल बहलाने की खातिर
ही तो
उसने सृजित किया है मुझे
मेरे हिस्से का
विकृत हृदय लिए
एक खुरदुरा भगवान

Language: Hindi
3 Likes · 718 Views
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