ब्रह्म निर्णय
डा . अरुण कुमार शास्त्री , एक अबोध बालक – अरुण अतृप्त
* ब्रहम निर्णय *
धीर धारें जो नर विपत में
करें शान्ति से निपटारा
सोच समझ लेइवे निर्णय जो
होइवें उनके काज सिद्ध सदा
जल्द बाजी के वे नाही हिमाइयती
सोच विचर के पग आगे कूं धारा
होइवें उनके काज सिद्ध सदा
ब्रहम देव उनकेअंग संग हरि आरा
होइवें उनके काज सिद्ध सदा
ऐसन कह्वें सन्त समाजा
धीर धारें जो नर विपत में
करें शान्ति से निपटारा
सोच समझ लेइवे निर्णय जो
होइवें उनके काज सिद्ध सदा