Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jun 2021 · 1 min read

बोल अंधेरों पे आ गुनगुनाने लगे

छंद-वाचिक स्रग्विणी
२१२ २१२ २१२ २१२

बोल अधरों पे’ आ गुनगुनाने लगे।
प्यार की बोलियां ही सुनाने लगे।।

खुल गईं खिड़कियां आज सब प्यार की,
शब्द दिल की दशा ही बताने लगे।

पींग भरने लगे स्वप्न सौपान पर,
पांव हम भी हवा में चलाने लगे।

भाव जो थे छुपे एक वीरान में,
आज खुलकर वही अब सताने लगे।

मिल गई आज मंजिल अटल को सहज,
प्यार के गीत ही अब सुहाने लगे।

2 Likes · 315 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पति
पति
लक्ष्मी सिंह
न पूछो हुस्न की तारीफ़ हम से,
न पूछो हुस्न की तारीफ़ हम से,
Vishal babu (vishu)
हट जा भाल से रेखा
हट जा भाल से रेखा
Suryakant Dwivedi
"कथा" - व्यथा की लिखना - मुश्किल है
Atul "Krishn"
पद्धरि छंद ,अरिल्ल छंद , अड़िल्ल छंद विधान व उदाहरण
पद्धरि छंद ,अरिल्ल छंद , अड़िल्ल छंद विधान व उदाहरण
Subhash Singhai
बुंदेली दोहा-नदारौ
बुंदेली दोहा-नदारौ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
★मां का प्यार★
★मां का प्यार★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
आज की नारी
आज की नारी
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
*प्रणय प्रभात*
मैं रूठूं तो मनाना जानता है
मैं रूठूं तो मनाना जानता है
Monika Arora
DR arun कुमार shastri
DR arun कुमार shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
करो पढ़ाई
करो पढ़ाई
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वरदान
वरदान
पंकज कुमार कर्ण
"कबड्डी"
Dr. Kishan tandon kranti
कोई तो मेरा अपना होता
कोई तो मेरा अपना होता
Juhi Grover
Decision making is backed by hardwork and courage but to cha
Decision making is backed by hardwork and courage but to cha
Sanjay ' शून्य'
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दूसरों को खरी-खोटी सुनाने
दूसरों को खरी-खोटी सुनाने
Dr.Rashmi Mishra
अब जी हुजूरी हम करते नहीं
अब जी हुजूरी हम करते नहीं
gurudeenverma198
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
Jitendra Chhonkar
फिर से आयेंगे
फिर से आयेंगे
प्रेमदास वसु सुरेखा
तन माटी का
तन माटी का
Neeraj Agarwal
बह्र- 1222 1222 1222 1222 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन काफ़िया - सारा रदीफ़ - है
बह्र- 1222 1222 1222 1222 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन काफ़िया - सारा रदीफ़ - है
Neelam Sharma
ओम साईं रक्षक शरणम देवा
ओम साईं रक्षक शरणम देवा
Sidhartha Mishra
3230.*पूर्णिका*
3230.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
लेखनी चले कलमकार की
लेखनी चले कलमकार की
Harminder Kaur
*पवन-पुत्र हनुमान (कुंडलिया)*
*पवन-पुत्र हनुमान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कोई पढ़ ले न चेहरे की शिकन
कोई पढ़ ले न चेहरे की शिकन
Shweta Soni
फागुन (मतगयंद सवैया छंद)
फागुन (मतगयंद सवैया छंद)
संजीव शुक्ल 'सचिन'
Loading...