“बोझ बस्ते का”
“बोझ बस्ते का”
स्कूल का बस्ता बहुत भारी है,
ये व्यवस्था पर चोट करारी है।
बच्चों की हालत देख अखरता है,
पता नहीं ये कैसी जिम्मेदारी है?
“बोझ बस्ते का”
स्कूल का बस्ता बहुत भारी है,
ये व्यवस्था पर चोट करारी है।
बच्चों की हालत देख अखरता है,
पता नहीं ये कैसी जिम्मेदारी है?