” बेहतरी के लिए “
” बेहतरी के लिए ”
आज दुनिया के बेहतर होने के सपनों का बचा रहना जरूरी है, क्योंकि इसमें दुनिया का भविष्य बचा रहेगा। जिस संसार में बच्चों के साथ अच्छा सलूक होगा, उस संसार का वर्तमान भी अच्छा होगा और भविष्य भी, साथ ही साथ कालान्तर में अतीत भी।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति