बेवफा
शीर्षक वेवफा
वेवफा तुमसे प्रेम में स्वार्थ की शाम रहती है।
अपनी अपनी मन की सोच हम सभी की रहती है
जीवन में धन और दौलत की चमक वेवफा होती है।
हम सभी के मन भावों में तेरी चाहत रहती है।
सच वेवफा को जीवन में सूकुन नहीं होता है।
हम रंगमंच की कुदरत के सदा साथ चलते हैं।
नीरज साहित्य पीडिया संग वेवफा का सच लिखते हैं
सच जीवन में वेवफा की यादों के साथ चलता है
मन भावों में वेवफा और तेरा साथ रहता है।
जिंदगी बस सफर का नाम हमें निभानी होती है।
सच मन भावों में तेरे मेरे संग वेवफा की सोच रहती है
………………..सच नारी अधिकांशतः वेवफा की सोच रखती है।