बेनाम राहें
इस जहां में सभी को कहां मिलती है रहगुज़र,
उम्र भर भटकना पड़ता हैं बेनाम राहों पर।
वो खुशनसीब है बड़े जिनको मंजिल मिल जाती है,
वरना जिंदगी गुज़र जाती है अश्क और आहों पर।
इस जहां में सभी को कहां मिलती है रहगुज़र,
उम्र भर भटकना पड़ता हैं बेनाम राहों पर।
वो खुशनसीब है बड़े जिनको मंजिल मिल जाती है,
वरना जिंदगी गुज़र जाती है अश्क और आहों पर।