Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jan 2022 · 1 min read

बेटी

जीवन सुरक्षा कौन करेगा।
बेटी गर्भ से लेकर यौवन ,
तक रक्षा कौन करेगा ।
जीवन की कटु सच्चाई ।
इसलिए तो पति, भाई है।
दुनियाँ की आधी आबादी की रक्षा कौन करेगा।
अपना रचा भ्रम कब तोड़गी ।
अपनी गरिमा को लघिमा में कब बदलोगी ।
जीने का अंदाज कब बदलेगी।
रसोई छोड़ , रोजगार पकड़ ओगी ।
तेरी मुक्ति की शुरूआत यही से है।
देख अपनी माँ को देख ।
कहती सिर्फ यहीं हैं।
बेटी अपनी कथा,अपनी व्यथा लिए जीती हैं ।
विभिन्न पहलुओं से हम भी गुजरते हैं ।
बेटी बचाओ लें ,बेटी के माँ-बाँप ,समाज
ये आरजू ये आगाज हैं।
दरअसल इंसानियत का दरकार है।
कितने दूर कितने पास हैं ।
जो रिश्ते का अहसास है ।
बेटा से बेटी भली जो कुलवंती हो
ये पुरानी कहावत है। जोआदत ,
बेटी से सौतेला व्यवहार क्यों ,
वो भी तो आप ही का हिस्सा है ।
_डॉ. सीमा कुमारी बिहार, (भागलपुर) ये कविता
मेरी स्वरचित रचना हैं जो 5-1-022 का है। इसे आज प्रकाशित कर रही हूँ।

Language: Hindi
1 Like · 483 Views

You may also like these posts

*** मां की यादें ***
*** मां की यादें ***
Chunnu Lal Gupta
बारिश का पानी
बारिश का पानी
Poonam Sharma
सम्बन्ध (नील पदम् के दोहे)
सम्बन्ध (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
धड़कन से धड़कन मिली,
धड़कन से धड़कन मिली,
sushil sarna
हर दिल गया जब इस क़दर गुनहगार हो
हर दिल गया जब इस क़दर गुनहगार हो
Ahtesham Ahmad
आबाद मुझको तुम आज देखकर
आबाद मुझको तुम आज देखकर
gurudeenverma198
सकारात्मक सोच
सकारात्मक सोच
Kanchan verma
मूर्ख व्यक्ति से ज्यादा, ज्ञानी धूर्त घातक होते हैं।
मूर्ख व्यक्ति से ज्यादा, ज्ञानी धूर्त घातक होते हैं।
पूर्वार्थ
लोग शोर करते रहे और मैं निस्तब्ध बस सांस लेता रहा,
लोग शोर करते रहे और मैं निस्तब्ध बस सांस लेता रहा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कुछ लोग ऐसे भी मिले जिंदगी में
कुछ लोग ऐसे भी मिले जिंदगी में
शेखर सिंह
"जलन"
Dr. Kishan tandon kranti
क्या कीजिए?
क्या कीजिए?
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मशहूर तो भले ही ना हुये हैं हम, मगर
मशहूर तो भले ही ना हुये हैं हम, मगर
Shinde Poonam
एक अधूरी दास्तां
एक अधूरी दास्तां
Sunil Maheshwari
साहित्य का वजूद
साहित्य का वजूद
Sushila Saini
इंद्रदेव समझेंगे जन जन की लाचारी
इंद्रदेव समझेंगे जन जन की लाचारी
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
" यहाँ कई बेताज हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
shabina. Naaz
ईमेल आपके मस्तिष्क की लिंक है और उस मोबाइल की हिस्ट्री आपके
ईमेल आपके मस्तिष्क की लिंक है और उस मोबाइल की हिस्ट्री आपके
Rj Anand Prajapati
मदांध सत्ता को तब आती है समझ, जब विवेकी जनता देती है सबक़। मि
मदांध सत्ता को तब आती है समझ, जब विवेकी जनता देती है सबक़। मि
*प्रणय*
जो राम हमारे कण कण में थे उन पर बड़ा सवाल किया।
जो राम हमारे कण कण में थे उन पर बड़ा सवाल किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बहर- 121 22 121 22 अरकान- मफ़उलु फ़ेलुन मफ़उलु फ़ेलुन
बहर- 121 22 121 22 अरकान- मफ़उलु फ़ेलुन मफ़उलु फ़ेलुन
Neelam Sharma
बुंदेली मुकरियां
बुंदेली मुकरियां
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मुहब्बत का वास्ता
मुहब्बत का वास्ता
Shekhar Chandra Mitra
गठबंधन
गठबंधन
Karuna Bhalla
*क्रम चलता आने-जाने का, जन जग में खाली आते हैं (राधेश्यामी छ
*क्रम चलता आने-जाने का, जन जग में खाली आते हैं (राधेश्यामी छ
Ravi Prakash
नील छंद (वर्णिक) विधान सउदाहरण - ५भगण +गुरु
नील छंद (वर्णिक) विधान सउदाहरण - ५भगण +गुरु
Subhash Singhai
नववर्ष
नववर्ष
Neeraj Agarwal
महात्मा गांधी ,एवम लाल बहादुर शास्त्री पर
महात्मा गांधी ,एवम लाल बहादुर शास्त्री पर
मधुसूदन गौतम
म्हारे हरयाणे की नार
म्हारे हरयाणे की नार
अरविंद भारद्वाज
Loading...