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5 Nov 2017 · 1 min read

बेटी मजदूर की

सुबह ब्रह्ममुहूर्त में
पानी लाती है
चाय कलेवा बना
साफ सफाई
चौका बर्तन
झाड़ू पौछा
फिर क्या करती होगी
मुझे पता नही, पर
जब शाम को जब मैं
लौटता हूँ स्कूल से
सिर पर गठ्ठा लिए
घास का
घर लौटती मिलती है
बेटी मजदूर की

विजय बेशर्म
गाडरवारा 9424750038

Language: Hindi
651 Views
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